नई शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन में प्रभावी प्रशासन और नेतृत्व की भूमिका मुख्य है जो उच्चतर शिक्षा संस्थानों को उत्कृष्ट और नवाचार संस्कृति के निर्माण हेतु प्रेरित करता है।
उच्चतर शिक्षण संस्थानों में ग्रेडेड प्रत्यायन और ग्रेडेड स्वायत्तता की प्रणाली अपनाकर संस्थाओं में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें हस्तक्षेप मुक्त संस्था संचालन, नियुक्तियां एवं शासन के समस्त अधिकार होंगे।
बोर्ड आफ गवर्नर्स राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा नियामक परिषद (एनएचईआरसी )के माध्यम से एचईसीआई द्वारा अनिवार्य सभी नियामक दिशानिर्देशों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार होगा।
संस्थानों में सभी नेतृत्व पदों के लिए उच्चतर शैक्षणिक योग्यता वाले व्यक्तियों का चयन होगा जो संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक प्रतिबद्धता, समग्रता ,टीम वर्क ,विविध लोगों के साथ कार्य करने की क्षमता एवं सकारात्मक दृष्टिकोण युक्त होना चाहिए।
संस्था की उपयुक्त संस्कृति का निर्माण हो सके इसके लिए बीआेजी के कार्यकाल की स्थिरता महत्वपूर्ण है किंतु साथ ही योजनाबद्ध तरीके से नेतृत्व की उत्तराधिकरिता भी सुनिश्चित की जाएगी।
इसी के साथ समस्त उच्चतर शिक्षण संस्थान संस्थागत उत्कृष्टता, स्थानीय समुदाय से जुड़ाव, वित्तीय ईमानदारी एवं जवाबदेही हेतु कर्यनितिक संस्थागत विकास योजना बनाएगा जिसमे आईडीपी, बोर्ड के सदस्यों ,संस्थागत लीडरों, संकाय ,छात्रों और कर्मचारियों की संयुक्त भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
डॉ अनिता शर्मा,
सहायक आचार्य,
वनस्पति विज्ञान।
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