आज ब्लॉगिंग को साहित्यिक विधा का दर्जा नहीं दिया गया जा रहा है, पर वह दिन दूर नहीं, जब ब्लॉगिंग को साहित्य के क्षेत्र में एक सम्मानजनक और उच्च दर्जा प्राप्त होगा, क्योंकि यह विचारों को प्रस्तुत करने का नवीनतम माध्यम है।
साहित्यिक विचार हों, या सामाजिक चर्चाएं, सांस्कृतिक सरोकार हों या वैज्ञानिक प्रगति, खेलकूद से संबंधित ब्यौरे हों या शिक्षा और ज्ञान का भंडार, संस्कारों की बात हो या नैतिकता का विषय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का क्षितिज हो या आर्थिक परिदृश्य, आप अपनी अभिरुचि के अनुरूप हर बिंदु पर ब्लॉग लिख कर, दुनिया के कोने कोने में पहुँच सकते हैं। इस बात में रत्ती भर भी अतिशयोक्ति नही कि आज ब्लॉगिंग अभिव्यक्ति का एक ऐसा अधुनातन माध्यम बन गया है, जो अन्य सभी माध्यमों मैं सर्वाधिक सशक्त माध्यम के रूप में उभर कर आ रहा है। वस्तुतः ”ब्लॉग एक ऐसी ऑनलाइन जगह है, जहाँ आप अपने विचारों को लेखों, चित्रों और फ़ोटो के माध्यम से इन्टरनेट पर प्रकाशित कर सकते हैं।"
अभी आप उम्र की बढ़ती उस दहलीज़ पर खड़े हैं, जहाँ से कोई लंबी चौड़ी बातें नहीं, बस सीधी सादी भाषा में ब्लॉग पर आप अपनी पिकनिक या किसी व्यक्ति का वृतांत, कोई आँखों देखी घटना या दिल को छू जाने वाले कोई दृश्य के विषय में लिख सकते हैं। आप अपने ज्ञान और अनुभव से जुड़ी रचनाओं को अपने ब्लॉग पर पोस्ट कर सकते हैं-जैसे मैथ्स के टिप्स, विज्ञान के डायग्राम, केमिस्ट्री फिजिक्स के पेचीदा सवाल, आर्ट ऑफ क्राफ्ट के नमूने , पाक शास्त्र का कोई नायाब हुनर, अपनी कहानी, कविता, यात्रा वृतांत, रिपोर्ट, संस्मरण, स्वास्थ्य और आहार से संबंधित जानकारी, कोई मोबाइल टिप्स या कोई टेक्नोलॉजी के नए अपडेट, कुछ भी, जो आप सबसे बाँटना चाहते हैं, आज लोग ब्लॉग पर लिखकर न केवल पैसा कमा रहे हैं, साथ ही लोकप्रियता के साथ जरूरतमंदों की सेवा भी कर रहे हैं।
इस 'ब्लॉग क्रिएशन सर्टिफिकेट कोर्स' को करने के पश्चात आप भी उनमें से एक हो सकते हैं।
आपके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ।
डॉ. शुभा शर्मा
प्रिंसिपल, माहेश्वरी गर्ल्स पी.जी. कॉलेज,
सेक्टर-5, प्रताप-नगर, जयपुर।

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