"तरुण! विश्व की बागडोर लो, तुम अपने कौशल कर में,
स्थापित कर दो उत्कृष्टता, जन-जन के तन और मन में।
उठे देश सबके कंधों पर, करे गति प्रगति के प्रांगण में,
पृथ्वी को रख दो उठा कर, नील-गगन के आंगन में।"
महाविद्यालय के ब्लॉग- 'MGPGC- सृजन-संसार' तोरणद्वार पर शत शत अभिनंदन।
इस सत्य से इंकार नहीं किया जा सकता कि युवा किसी भी देश के आधारस्तम्भ होते हैं। आज भारत एक युवा देश है। यहाँ की 65% जनसंख्या युवा है। हमारे युवाओं में वह जीवट, वह हुनर, वह सामर्थ्य है, जिसके बल पर भारत को विश्व की कौशल विकास की विशाल प्रयोगशाला बनाया जा सकता है और तब विश्व पटल पर भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में उत्कीर्ण कर, एक बार फिर से इसे सोने की चिड़िया बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। बस शर्त एक ही है, कि माननीय प्रधानमंत्री के 'लोकल को वोकल' मंत्र का अनुसरण कर हमें स्थानीय स्तर पर स्किल की पहचान कर, युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही प्रशिक्षित करना होगा तथा उन्हें स्थानीय स्तर पर ही विभिन्न स्वरोजगार, लघु इकाइयों और वृहद उत्पादक यूनिट से जोड़ कर, आजीविका के स्थाई अवसर अधिक से अधिक सृजित करने होंगे।
मुझे यह कहते हुए अत्यंत हर्ष एवं गर्व की अनुभूति हो रही है कि माहेश्वरी गर्ल्स पी. जी. कॉलेज, प्रताप नगर, जयपुर ने कौशल भारत की इस दहलीज़ पर 'ब्लॉग क्रिएशन एवं डिजाइनिंग सर्टिफिकेट कोर्स' के साथ अपना पहला अंगद कदम रख कर, व्यवसायिक शिक्षा का तुमुल जयघोष कर दिया है। कॉलेज का यह ब्लॉग 'MGPGC- सृजन-संसार' युवा छात्राओं के भाषायी कौशल और संस्कार को परिमार्जित कर उत्कृष्टता के उच्च स्तर तक पहुँचाएगा।
आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए महाविद्यालय युवा छात्राओं के लिए शार्ट टर्म कोर्सेज के असंख्य विकल्प रख 'कुशल भारत' के इस महत्वाकांक्षी मिशन में अपने कर्म की आहुति पूरे प्राण प्रण से अर्पित कर रहा है।
मेरा सभी राष्ट्र निर्माता शिक्षकों से अनुरोध है, कि वह अपना दृष्टिकोण 'नवीन शिक्षा नीति -2020' के अनुसार बदल कर कुशल भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करें।
मैं आप सभी युवा छात्राओं को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हमारा एक मात्र उद्देश्य कलात्मक, डिजिटल, प्रौद्योगिकी और डिजिटल विनिर्माण आदि कौशलों का विकास कर, आपमें से हर एक को राष्ट्रीय कौशल मिशन से जोड़ते हुए, राष्ट्र की पहली पंक्ति में ला खड़ा करना है। 21वीं सदी के नए भारत की नींव रखी जा चुकी है। हम उस पर कौशल भारत की एक मजबूत इमारत स्थापित करें। मेरा आप सबसे इतना ही अनुरोध है कि अपनी सामर्थ्य और अपने कौशल को एक्स्प्लोर कर अपनी आवश्यकता और रुचि अनुसार विभिन्न कौशलों में स्वयं को पारंगत करें और 'स्किल इंडिया मिशन' को सफल बनाएं। वस्तुतःआप ही तो इंडिया है और आपसे ही इंडिया है। अतः यह मिशन आपका है, आपके लिए ही है और आपके द्वारा ही संचालित है।
हमारे महाविद्यालय के समर्पित और अनुभवी शिक्षकों और युवा छात्राओं ने अपने सामर्थ्य और कुशलता का परिचय देते हुए, कॉलेज का अपना ब्लॉग 'MGPGC- सृजन-संसार' प्रारम्भ किया है, इसके लिए अन्तःस्थल से ढेरों शुभकामनाएं।
मुझे हर्ष है कि आप नवाचार के क्षेत्र में अनेक नए प्रयोग करते हुए, भविष्य की उज्ज्वल संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं और करती रहेंगी। मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि इस ब्लॉग 'MGPGC- सृजन-संसार' के माध्यम से आप अपनी लेखनी को तेज धार प्रदान कर, साहित्य के क्षेत्र में नई पहचान बना पाएँगी। दी एजुकेशन कमेटी ऑव माहेश्वरी समाज, जयपुर सदा आपके साथ था, है और रहेगा।
इसी घनीभूत आशा और सुदृढ़ विश्वास के साथ हार्दिक शुभकामनाएँ।
प्रदीप बाहेती
चेयरमैन,
दी एजुकेशन कमेटी ऑव माहेश्वरी समाज(सोसायटी), जयपुर
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